अपने मां-बाप को दें हेल्थ इंश्योरेंस की सुरक्षा, भविष्य में आने वाले खतरों से करें बचाव- चेक करें डीटेल्स
पेरेंट्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस उनको अच्छा हेल्थ कवरेज देने के लिए एक कस्टमाइज प्लान है. इसमें बुढ़ापे में होने वाली बीमारियों के लिए कवरेज मिलता है.
पेरेंट्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस हाई सम इंश्योर्ड के साथ आता है. इस पॅालिसी में एनुअल हेल्थ चैकअप, कैशलेस ट्रीटमेंट आदि पर बढ़िया बेनिफिट मिलता है. इससे लोगों के मेडिकल एक्सपेंस को अच्छे से मैनेज किया जाता है. ऐसी कई हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम हैं जो आप अपने माता-पिता के लिए ले सकते हैं. इसके साथ ही इन स्कीम से COVID-19 के साथ-साथ उन गंभीर बीमारियों के लिए भी कवरेज मिलता है. जिनके इलाज के लिए बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ता है. पिछले एक साल में 65 साल की उम्र तक के लोगों के लिए स्पेसिफिक COVID-19 स्कीम शुरु की गई हैं. इन स्कीम के तहत कोरोना वायरस मेडिकल पॅालिसी के लिए प्री-मेडिकल स्क्रीनिंग की जरुरत नहीं होती है. अगर आपके माता-पिता की उम्र 50 साल से ज्यादा है. तो हेल्थ प्लान्स को लिए ऑप्शन कम रहेंगे. इसके साथ ही अगर आपने फैमिली फ्लोटर मेडिक्लेम पॉलिसी ली है तो इसमें आपके माता-पिता की उम्र के आधार पर ज्यादा प्रीमियम देना होता है. पेरेंट्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस कई बड़ी कंपनियां दे रहीं हैं. जैसे कि आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरेंस, इफको टोकियो, कोटक महिंद्रा, एसबीआई आदि.
माता- पिता को लिए हेल्थ इंश्योरेंस क्यों है जरुरी
अपने माता-पिता के लिए एक बढ़िया हेल्थ इंश्योरेंस कवर खरीदने के लिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनको एक परफेक्ट इंश्योरेंस मिले. जिससे वे मेडिकल ट्रीटमेंट को बिना किसी फाइनेंशियल टेंशन के करा सकें. इसके लिए ये जरुरी है कि आप पॉलिसी कवरेज के फायदे को देखें. साथ ही कुछ जरुरी फैक्टर पर ध्यान दें. जैसे पॉलिसी की अवधि, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में कवर, गंभीर बीमारी कवर, डेकेयर प्रक्रियाएं, रोगी की अस्पताल में भर्ती और आयुष ट्रीटमेंट आदि.
पेरेंट्स के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत क्या कवर किया जाता है
एक बीमारी या एक्सीडेंट के कारण हॅास्पिटल में भर्ती होने का खर्च बहुत हो सकता है. इसके लिए एक बढ़िया हेल्थ बीमा पॉलिसी की जरुरत होती है. जिससे आप मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए कवरेज लिमिट तक का पेमेंट करवा सकते हैं. इसके साथ ही हॅास्पिटल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चे भी इस स्कीम से कवर होते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस से अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में किए गए मेडिकल खर्चों को कवर किया जाता है. आमतौर पर ये 30 दिन और 60 दिन का होता है. जब आप अपने माता-पिता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते हैं. तो ये जरुरी है कि आप पॅालिसी इंक्लूजन और इसकी लिमिटेशन की जांच कर लें. पेरेंट्स के लिए एक ऐसी स्कीम अच्छी रहती है. जो कई बीमारियों के लिए कवरेज दे. इसलिए ये ध्यान रखें कि आपकी प्रायॅारिटी लिस्ट में शामिल रोग कवर किए गए हों.
इसमें में क्या शामिल नहीं है
TRENDING NOW
Jharkhand Winner List: झारखंड चुनाव में इन नेताओं ने पाई जीत, जानिए किसके हिस्से आई हार, पल-पल का अपडेट
Maharashtra Winners List: महाराष्ट्र की 288 सीटों पर कौन जीता, कौन हारा- देखें सभी सीटों का पूरा हाल
SIP Vs PPF Vs ELSS: ₹1.5 लाख निवेश पर कौन बनाएगा पहले करोड़पति? जानें 15-30 साल की पूरी कैलकुलेशन, मिलेंगे ₹8.11 Cr
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
Maharashtra Election 2024: Mahayuti की जीत के क्या है मायने? किन शेयरों पर लगाएं दांव, मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने बताया टारगेट
ये पॉलिसी कुछ तरह के मेडिकल खर्चों को कवर नहीं करेती है. जैसे कि किसी भी तरह की पहले से मौजूद बीमारी या चोट. और ऐसी कोई भी बीमारी जो पॉलिसी शुरू होने के 30 दिनों के भीतर डाएग्नोज की गई है. साथ ही अगर आप एलोपैथी के अलावा किसी अलग चिकित्सा शैली से इलाज करवा रहें हैं तो ये भी इस पॅालिसी में कवर नहीं होता है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
03:20 PM IST